कैंसर क्या है ? इससे प्रकार , लक्षण , कारण और बचाव के उपाय कौन-कौन से हैं ? Cancer kya hai in hindi

 कैंसर एक गंभीर बीमारी है जो अनियंत्रित कोशिका वृद्धि के कारण होती है।हालांकि यह कई कारणों से हो सकता है, लेकिन सही जीवनशैली अपनाकर और कुछ एहतियात बरतकर इसके जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है। 

कैंसर फ़ोटो


कैंसर के प्रकार

कैंसर कई प्रकार के होते हैं, जिनमें से कुछ मुख्य प्रकार नीचे दिए गए हैं:

(A) ठोस ट्यूमर कैंसर (Solid Tumor Cancer)

🔹 कार्सिनोमा (Carcinoma) – त्वचा, फेफड़े, स्तन, आंत, पेट और अन्य अंगों में होता है।
🔹 सारकोमा (Sarcoma) – हड्डियों, मांसपेशियों और संयोजी ऊतकों में होता है।
🔹 ग्लियोमा (Glioma) – मस्तिष्क या रीढ़ की हड्डी में होता है।

(B) रक्त से जुड़े कैंसर (Blood-related Cancer)

🔹 ल्यूकेमिया (Leukemia) – खून और अस्थि मज्जा (Bone Marrow) में होता है।
🔹 लिम्फोमा (Lymphoma) – लिम्फ नोड्स (Lymph Nodes) और प्रतिरक्षा प्रणाली में होता है।
🔹 माइलोमा (Myeloma) – प्लाज्मा कोशिकाओं (Plasma Cells) को प्रभावित करता है।

 कैंसर के लक्षण

कैंसर के लक्षण उसके प्रकार और स्थान पर निर्भर करते हैं, लेकिन कुछ आम लक्षण निम्नलिखित हैं:
✅ गांठ या सूजन – शरीर में कोई भी असामान्य गांठ या सूजन।
✅ अत्यधिक वजन कम होना – बिना किसी कारण तेजी से वजन कम होना।
✅ लगातार थकान – शरीर में अत्यधिक कमजोरी और सुस्ती।
✅ खून आना या असामान्य रक्तस्राव – जैसे खाँसी में खून आना, पेशाब में खून आना।
✅ खांसी या आवाज में बदलाव – लंबे समय तक रहने वाली खांसी या आवाज में बदलाव।
✅ असामान्य दर्द – किसी भी अंग में लंबे समय तक दर्द बना रहना।
✅ खाने की परेशानी – निगलने में कठिनाई, भूख न लगना, अपच।

  कैंसर के कारण (Cancer Causes)

कैंसर होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
🔸 तंबाकू और धूम्रपान – यह सबसे बड़ा कारण है और फेफड़े, मुंह, गले और अन्य अंगों के कैंसर को जन्म देता है।
🔸 अस्वस्थ आहार और मोटापा – अधिक वसा, जंक फूड, प्रोसेस्ड मीट खाने से कैंसर का खतरा बढ़ता है।
🔸 अत्यधिक शराब का सेवन – लीवर और पाचन तंत्र के कैंसर से जुड़ा हुआ है।
🔸 संक्रामक रोग – जैसे HPV वायरस (सर्वाइकल कैंसर) और हेपेटाइटिस बी/सी (लीवर कैंसर)।
🔸 पर्यावरणीय कारक – प्रदूषण, रेडिएशन और हानिकारक रसायन (जैसे एस्बेस्टस, आर्सेनिक) के संपर्क में आना।
🔸 आनुवंशिकता (Genetics) – यदि परिवार में पहले किसी को कैंसर हुआ है, तो अन्य सदस्यों को भी इसका खतरा अधिक हो सकता है।

 

  कैंसर से कैसे बचाव करे

1. स्वस्थ आहार अपनाएँ

हम जो खाते हैं, उसका सीधा प्रभाव हमारे शरीर की कार्यप्रणाली और रोगों से लड़ने की क्षमता पर पड़ता है। सही आहार कैंसर के खतरे को कम कर सकता है।

क्या खाएँ?

फल और सब्जियाँ – इनमें एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और फाइबर होते हैं, जो कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाते हैं।
साबुत अनाज (Whole Grains) – जैसे ब्राउन राइस, ओट्स और बाजरा, जो शरीर को ऊर्जा और पोषण देते हैं।
प्रोटीन के अच्छे स्रोत – जैसे दालें, नट्स, बीन्स और मछली।
हरी सब्जियाँ – जैसे पालक, ब्रोकोली और पत्तागोभी, जिनमें कैंसर-रोधी तत्व होते हैं।
हल्दी और लहसुन – इनमें कैंसर-रोधी गुण होते हैं, इसलिए इनका नियमित सेवन करें।

क्या न खाएँ?

प्रोसेस्ड फूड – जैसे पैकेज्ड स्नैक्स, फास्ट फूड और जंक फूड।
अधिक चीनी और नमक – ये शरीर में सूजन और मोटापा बढ़ाते हैं, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ता है।
रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट – इनका अधिक सेवन आंत और पेट के कैंसर का कारण बन सकता है।
अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स – जैसे इंस्टेंट नूडल्स, केक, कुकीज और सॉसेज।

2. धूम्रपान और शराब से बचें

🚭 तंबाकू और सिगरेट से बचाव

✔ तंबाकू (सिगरेट, बीड़ी, गुटखा, पान मसाला) कई प्रकार के कैंसर जैसे फेफड़ों, मुंह, गले और पेट के कैंसर का प्रमुख कारण है।
✔ धूम्रपान करने वालों को फेफड़े का कैंसर होने का खतरा 15-30 गुना अधिक होता है।
✔ पैसिव स्मोकिंग (दूसरों के धुएं में सांस लेना) भी कैंसर का कारण बन सकता है।

🍷 अल्कोहल का सेवन कम करें

✔ अत्यधिक शराब का सेवन लीवर, मुंह, गले और स्तन कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है।
✔ शराब कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती है और डीएनए में परिवर्तन कर कैंसर को जन्म देती है।

3. नियमित व्यायाम करें और सक्रिय रहें

शारीरिक गतिविधि कैंसर से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

रोज़ाना कम से कम 30-45 मिनट तक व्यायाम करें, जिसमें तेज़ चलना, दौड़ना, साइकिल चलाना या योग शामिल हो सकता है।
✔ अधिक समय तक बैठने से बचें। ऑफिस में हर घंटे थोड़ी देर टहलें।
✔ मोटापा और शारीरिक निष्क्रियता कई प्रकार के कैंसर जैसे स्तन, आंत, किडनी और लीवर कैंसर का कारण बन सकती है।
✔ योग और ध्यान तनाव को कम करने में मदद करते हैं, जो कैंसर के खतरे को घटाता है।

4. स्वस्थ वजन बनाए रखें

✔ मोटापा शरीर में हार्मोनल असंतुलन पैदा करता है और सूजन बढ़ाता है, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
✔ अधिक वजन होने से विशेष रूप से स्तन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और कोलन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
✔ संतुलित आहार और नियमित व्यायाम से अपने वजन को नियंत्रित रखें।

5. सूरज की हानिकारक किरणों से बचाव करें

✔ अधिक धूप में रहने से स्किन कैंसर का खतरा बढ़ता है।
✔ सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक तेज़ धूप में जाने से बचें।
✔ बाहर जाते समय सनस्क्रीन (SPF 30 या उससे अधिक) लगाएँ।
✔ छाता, टोपी और पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें।

6. नियमित हेल्थ चेकअप कराएँ

✔ कैंसर के शुरुआती लक्षणों की पहचान करने और इसे रोकने के लिए नियमित मेडिकल टेस्ट कराना ज़रूरी है।
✔ यदि आपके परिवार में किसी को कैंसर हुआ है, तो समय-समय पर डॉक्टर से सलाह लें।

महिलाओं के लिए ज़रूरी टेस्ट:

🔹 मेमोग्राफी – स्तन कैंसर की जाँच (40 साल की उम्र के बाद हर 1-2 साल में)।
🔹 पैप स्मीयर टेस्ट – सर्वाइकल कैंसर की जाँच (21 साल की उम्र के बाद हर 3-5 साल में)।

पुरुषों के लिए ज़रूरी टेस्ट:

🔹 प्रोस्टेट कैंसर टेस्ट – 50 साल की उम्र के बाद नियमित रूप से कराएँ।
🔹 कोलोनोस्कोपी – कोलन कैंसर की जाँच (45-50 साल के बाद)।

7. तनाव कम करें और अच्छी नींद लें

ज्यादा तनाव लेने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, जिससे कैंसर जैसी बीमारियाँ होने की संभावना बढ़ जाती है।
✔ मेडिटेशन, योग और ध्यान करने से मानसिक तनाव कम होता है।
✔ रोज़ाना कम से कम 7-8 घंटे की गहरी नींद लें, क्योंकि नींद की कमी से इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है।

8. हानिकारक केमिकल्स और प्रदूषण से बचें

✔ जहरीले रसायन, प्लास्टिक, पेस्टिसाइड्स और हानिकारक कॉस्मेटिक्स से बचें।
✔ कारखानों और ज्यादा प्रदूषित क्षेत्रों में मास्क पहनें।
✔ घर में प्राकृतिक और ऑर्गेनिक उत्पादों का उपयोग करें।

9. वैक्सीनेशन कराएँ

HPV वैक्सीन – महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचाने में मदद करती है।
हेपेटाइटिस बी वैक्सीन – लीवर कैंसर के खतरे को कम करता है।

कैंसर की जाँच और निदान

कैंसर का पता लगाने के लिए विभिन्न जाँचें की जाती हैं:

📌 बायोप्सी (Biopsy) – ट्यूमर या गांठ के ऊतक का परीक्षण।

📌 एमआरआई, सीटी स्कैन, एक्स-रे – शरीर में कैंसर की स्थिति का पता लगाने के लिए।

📌 ब्लड टेस्ट – कैंसर मार्कर का पता लगाने के लिए।

📌 पैप स्मीयर टेस्ट – महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर की पहचान के लिए।

📌 मेमोग्राफी – स्तन कैंसर की जांच के लिए।


  कैंसर का इलाज (Cancer Treatment)

कैंसर के इलाज के लिए कई तरीके अपनाए जाते हैं:

💊 सर्जरी (Surgery) – कैंसर कोशिकाओं को हटाने के लिए।

💊 कीमोथेरेपी (Chemotherapy) – दवाओं के द्वारा कैंसर कोशिकाओं को मारने की प्रक्रिया।

💊 रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy) – उच्च ऊर्जा विकिरण से कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करना।

💊 इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy) – शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाना ताकि वह कैंसर से लड़ सके।

💊 टारगेटेड थेरेपी (Targeted Therapy) – विशिष्ट कैंसर कोशिकाओं को निशाना बनाने वाली दवाएँ।

 

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